“श्री गणेश” किसी भी सुभ कार्य को करने से पहले भगवान श्री गणेश को पूजा/मनाया जाता है | मान्यता है की वह कार्य बिना विघन बाधा के पूर्ण होते है और होते भी है |
हिन्दू सनातन धर्म में भगवान श्री गणेश जी का महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण है| वे सभी देवताओं के प्रथम पूज्य हैं और भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र हैं|
गणेश जी की पूजा की जाती है, ताकि उनकी कृपा से सभी कार्य सफल हों और बाधाओं से मुक्ति मिले| वे सभी शुभ शुरुआतों के द्वार हैं| जैसे शुभ विवाह ,नये घर में प्रवेश, नए व्यापार की शुरुआत आदि |
गणेश जी के चार हाथ होते हैं, जिससे वे जीवन के चार आयामों को दर्शाते हैं धर्म , अर्थ , काम और मोक्ष
उनकी यह बुद्वी, विवेक और बलिदान की भावना हमें सदैव उन्नति के पथ पर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित करती है|
इसलिए , हिन्दू सनातन धर्म समाज में गणेश जी की पूजा बहूत ही महत्वपूर्ण है और सभी अनुष्ठानों के शुभ आरंभ के रूप में स्वीकार किए जाते हैं |