महेंद्र जी,
मैं समझता हूँ कि हमारी कुंडली हमारे भूतकाल, वर्तमान और भविष्य का मैप अवश्य दिखाती है, लेकिन उसमें सही दिशा में चलना या गलत दिशा में चलना, पैदल चलना या घोड़े पर सवार होकर आगे बढ़ना, हिम्मत हार जाना या नसीब से लड़ते-लड़ते विजयी बनना, इत्यादि हमारे अपने हाथों में होता है; उसके लिए हमारी कुंडली हमें बाध्य नहीं करती. उसी प्रकार, हमारी कुंडली हमें यह अवश्य दिखा सकती है कि हमारे जीवन में आत्महत्या के विचारों का जन्म देने वाली परिस्थितियाँ आयेंगी और किस वजह से आयेंगी लेकिन उस परिस्थिति में स्वयं को संभालना या हार मानकर आत्महत्या कर लेना - यह कुंडली निर्धारित नहीं करती. इसका निर्णय व्यक्ति स्वयं करता है और अगर वह आत्महत्या कर लेता है तो उसका फल भी उसे मृत्यु के बाद भुगतना ही पड़ता है.
आशा करता हूँ कि आप को मेरे जवाब से संतुष्टि हुई होगी. अगर आप को मेरा उत्तर पसंद आया हो तो अपवोट करना न भूलें. कल्याणमस्तु।