आनंद ठक्कर की प्रोफाइल फ़ोटो

दीक्षित जी,

कन्या लग्न की कुंडली में चंद्र मकर राशि में हो और सप्तम भाव में शनि एवं केतु उपस्थित हो तो उसके कुछ परिणाम इस प्रकार होंगे:

१) दीर्घकालीन मित्रता का प्रेम संबंध में रूपांतरण

२) आंतर्ज्ञातीय प्रेम विवाह

३) विवाह में विलंब

४) विवाह संबंध और व्यापक जन-संबंध-संपर्क में असंतोष, वियोग या विच्छेद की संभावना

यह संभावित परिणाम हैं; ग्रहों के नक्षत्र, बल, अवस्था, डिग्री, कारकत्व तथा अन्य ग्रहों की द्रष्टि से इन परिणामों में अंतर आ सकता है.

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अनुभवी पंडित

Anubhavi Pandit

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