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मेरा परिवार व्यवसाय के साथ साथ ज्योतिष के लिए भी जाना माना था। मेरे दादाजी दिल्ली के मशहूर व्यवसायी तो थे ही परंतु उनकी ज्योतिष पर इतनी पकड़ थी कि उस समय के जाने माने लोग, जिसमें देश से ही नहीं अपीतु विदेश से आये लोग भी उनसे परामर्श लेने आते थे। हालाँकि मेरे जन्म से पूर्व ही वह स्वर्ग यात्रा पर चले गए। मेरे पिताजी भी ज्योतिष के महान जानकर थे, परंतु न जाने क्यों उन्होंने इसे सामाजिक रूप से न कर केवल परिवार के लिए ही रखा। तो ज्योतिष मेरी जड़ों में था, और घर पर देश के जाने माने ज्योतिषियों का आना जाना सदैव रहता था।

मेरे अनुभव में स्वयं की जन्म कुंडली में लिखी एक एक बात का अक्षरसः फ़लित होना मुझे आश

मेरा परिवार व्यवसाय के साथ साथ ज्योतिष के लिए भी जाना माना था। मेरे दादाजी दिल्ली के मशहूर व्यवसायी तो थे ही परंतु उनकी ज्योतिष पर इतनी पकड़ थी कि उस समय के जाने माने लोग, जिसमें देश से ही नहीं अपीतु विदेश से आये लोग भी उनसे परामर्श लेने आते थे। हालाँकि मेरे जन्म से पूर्व ही वह स्वर्ग यात्रा पर चले गए। मेरे पिताजी भी ज्योतिष के महान जानकर थे, परंतु न जाने क्यों उन्होंने इसे सामाजिक रूप से न कर केवल परिवार के लिए ही रखा। तो ज्योतिष मेरी जड़ों में था, और घर पर देश के जाने माने ज्योतिषियों का आना जाना सदैव रहता था।

मेरे अनुभव में स्वयं की जन्म कुंडली में लिखी एक एक बात का अक्षरसः फ़लित होना मुझे आश्चर्य चकित कर देता था। उसपर पिताजी की भविष्यवाणी भी लोगों को लेकर एकदम सटीक होती थी। उनकी उस समय भारत के व्यवसाय, सोने चांदी की कीमतों और बाज़ार के दामों पर भविष्यवाणी को लेकर अनेक लोग आते थे। तो यहाँ से मेरा विश्वास इस विद्या पर बढ़ा।

मैंने इसका स्वाध्याय घर पर रखी पोथियों, पांडुलिपियों और दादा जी तथा पिताजी की कापियों से ही किया। उस समय हमारे घर पानीपत से एक वयोवृद्ध ज्योतिषी आते थे, जो बहुत सुंदर कुंडली बनाते थे। सुंदर से अर्थ है उसमें हस्त मुद्रित चित्र, ज्यामितीय वृत्त आदि से बने पुष्प कुंडली आदि होती थी। मुझे तो चित्रकारी का शौक था ही, मैंने खेल खेल में ही इसे शुरू किया। उस समय मैं जान पहचान वालों को हस्त मुद्रित कुंडली देने लगा, सुंदर चित्रों और कुछ फ़लित के साथ- निशुल्क। थोड़े समय में ही प्रसिद्धि मिली, और लोगों को लगा की बालक की भविष्यवाणी सटीक बैठती है, तो न चाहते हुए भी घर पर लोग आने लगे।

एक दिन पिताजी ने सबको डाँट कर भगा दिया, और मुझे भी डाँट कर समझाया कि बिना जाने ज्योतिष से कर्म खराब मत करो। उन्होंने कहा कि तुम चाहे अपने दादा जी की तरह सामाजिक रूप से ज्योतिष करना, परंतु अभी नहीं, और हाँ निशुल्क तो कभी नहीं। उन्होंने कहा कि कर्म एक दूसरे से कड़ियों से जुड़ते हैं। आपने किसी को निशुल्क परामर्श दिया, तो उसके अच्छे अथवा बुरे फल में आप भागीदार बन गए। यदि आप उस परामर्श के बदले कुछ लेते हैं तो आपको अपने परामर्श का पारिश्रमिक मिल गया, अब परामर्श के फल उस जातक के हैं। इसलिए अच्छे अथवा बुरे कर्मों के फल सदैव जातक के ही होने चाहिए, आप उसके बीच की कड़ी न बनों।

उसके बाद मेरा ज्योतिषीय परामर्श रूक गया जब तक मैंने अपनी शिक्षा पूर्ण नहीं की, doctorate तक। परंतु अब पिताजी नहीं रहे थे, तो उनकी अवज्ञा न करते हुए मैंने इसे सामाजिक रूप से नहीं किया। अब मैं एक प्रतिष्ठित नौकरी करता था। परंतु ज्योतिष फ़िर जीवन में आया, जब वाराणसी के मेरे एक गुरुदेव ने मुझे इसकी आज्ञा दी। उनके कहने पर ही ज्योतिष, कर्म कांड, साधनाओं आदि को सामाजिक रूप से करने का आशीर्वाद मिला। उन्होंने ही धार्मिक यात्रा करते हुए, ज्ञान की श्रृंखला को जारी रखने को कहा।

Ritesh Joshi की प्रोफाइल फ़ोटो

नमस्कार 🙏,

आपने मेरे प्रश्नों का जवाब देकर मेरे मन मे उठी जिज्ञासाओ को शांत किया है |

आपका response fast है !

आपके दिए गए जवाब और उपाय से में संतुष्ट हु !

Quora पर ऐसी सेवा देने वाले बहुत कम है !

भगवान की कृपा आप पर बनी रहे !🙏

Mera janma 17/10/1991 subha 5.00am ko huva hai khamgaon maharastra.Kya mere jivan me shadi ka koi yog hai ya nahi,mere vaivahik jivan kaisa hoga

Aakash Jat की प्रोफाइल फ़ोटो

आपके साथ अनुभव व मार्गदर्शन बहुत ही अच्छा रहा है,आप जिस तरह से लोगो की मदद कर रहे है वो सराहनीय कार्य है

Sanjay Jangra की प्रोफाइल फ़ोटो

इस तर्क में दम नही भाई।

प्राचीन समय में सिर्फ महर्षियों को ही इसका ज्ञान था।

उन महान आत्माओं को कभी धन का लोभ न था, न हो वो दक्षिणा की मांग करते थे। न ही उनके शब्द कभी पलटे।

महर्षि भगवान दुर्वासा ने अहिल्या माता के उद्धार के लिए युग परिवर्तित कर दिए थे। क्या उनको किसी ने कुछ दक्षिणा दी, नहीं। अहिल्या माता तो पत्थर स्वरूप थी वो कुछ भी नहीं दे सकती थी। न ही दुर्वासा जी की कोई इच्छा थी दक्षिणा पाने की।

ज्योतिष को समझना आसान नहीं। यह पूर्णतया परमार्थ का कार्य है। स्वार्थ का नहीं।

ज्योतिषी होने का अर्थ यह तो नहीं कि सभी ग्रह और ग्रहों के फल हमारी संपत्ति है। जबकि हमारा इसमें कुछ भी नहीं सिर्फ शास्त्र ज्

इस तर्क में दम नही भाई।

प्राचीन समय में सिर्फ महर्षियों को ही इसका ज्ञान था।

उन महान आत्माओं को कभी धन का लोभ न था, न हो वो दक्षिणा की मांग करते थे। न ही उनके शब्द कभी पलटे।

महर्षि भगवान दुर्वासा ने अहिल्या माता के उद्धार के लिए युग परिवर्तित कर दिए थे। क्या उनको किसी ने कुछ दक्षिणा दी, नहीं। अहिल्या माता तो पत्थर स्वरूप थी वो कुछ भी नहीं दे सकती थी। न ही दुर्वासा जी की कोई इच्छा थी दक्षिणा पाने की।

ज्योतिष को समझना आसान नहीं। यह पूर्णतया परमार्थ का कार्य है। स्वार्थ का नहीं।

ज्योतिषी होने का अर्थ यह तो नहीं कि सभी ग्रह और ग्रहों के फल हमारी संपत्ति है। जबकि हमारा इसमें कुछ भी नहीं सिर्फ शास्त्र ज्ञान अर्जित करके और ईश्वर की दी गई अनुभूति का प्रयोग करके हम ये चाहे कि दूसरे लोग हमारी भौतिक इच्छाओं को पूर्ति करें।

क्यों?

हमे किसी ने नहीं कहां कि ज्योतिष सीखो और हम आपको धन देंगे।

हमने केवल अपनी आत्मिक संतुष्टि के लिए यह सिखा, अब इस को साधन बना रहे हैं। साधन तब बनाना जब आपके पास कोई विकल्प न बचे। तब जीविका का सवाल होता है। तब इसमें कोई बुराई नहीं।

किसी को लगता है कि उसे मुफ्त में नहीं पूछना, अपनी श्रद्धा से कुछ पारितोषिक देता है तो ग्रहण कर लेने में बुराई नहीं। यह मान लीजिए जो मेहनत आपने की है अपने ज्ञान के लिए उसका पारितोषिक प्रभु में दिया है उसे सहर्ष स्वीकार करें।

मांगना भिखारी का काम है।

व्यावसायिक तौर पर ज्योतिष करते हैं तो यहां इस प्रकार के सवाल निरर्थक हैं। पहले से ही घोषित कर दीजिए कि आपकी अमुक मूल्य फीस है।

हां आज के युग में कुछ हद तक उस संदर्भ में यह ठीक है कि कुछ लोग खामखां में समय को बर्बाद करते है और ज्योतिषी को मनोरंजन का साधन समझते हैं, उन्हें कैसे हैंडल करें?

उनसे आप दुगनी या चार गुनी फीस मांगिए।

मैने भी अपनी प्रोफाइल में एक मूल्य लिखा हुआ है वो ऐसे ही लोगों से बचनें के लिए। जब भी आपको लगे कि ज्यादा हो रहा है उसे प्रोफाइल की हेडलाइन पढ़ने को बोल दीजिए। आपने मांगा नहीं उसे समझ आ जाएगा बात खतम।

विक्रम शर्मा(जीवन) की प्रोफाइल फ़ोटो

अभी तक जवाब नही मिला

महेश सोलंकी 'अद्वैत' की प्रोफाइल फ़ोटो

हा, मैंने ज्योतिष परामर्श सेवा बंद कर दी थी, क्योंकि,

  • लोगों को मुफ्त में सेवा चाहिए।
  • कुछ लोग दस जगह अपनी कुंडली दिखा के फिर मुझे आज़माने के लिए पूछते थे।
  • कुछ लोग परामर्श सेवा ले लेने के बाद मेरी टोकन फ़ी देने से भी कतराते थे, जो कि मैं ये राशि चेरिटी में भेजता था।
  • कुछ लोग इतनी नजीवी टोकन फ़ी में पूरी लाइफ का रीडिंग देने का आग्रह रखते थे।
  • मैं एडवांस पैसे नहीं लेता था तो इस वजह से कुछ लोग पैसे देने के लिए ना बोल देते थे।
  • एक कुंडली देखने में कभी कभी 2–3 दिन निकल जाते थे, फिर ऐसे अनुभव होने लगे तो मुझे मेरी परामर्श सेवा बंद करनी पड़ी थी लेकिन सभी के आग्रहवश फिर चालू की हैं।

एडिट : लोगों के आग्रहवश मैने फिरसे

हा, मैंने ज्योतिष परामर्श सेवा बंद कर दी थी, क्योंकि,

  • लोगों को मुफ्त में सेवा चाहिए।
  • कुछ लोग दस जगह अपनी कुंडली दिखा के फिर मुझे आज़माने के लिए पूछते थे।
  • कुछ लोग परामर्श सेवा ले लेने के बाद मेरी टोकन फ़ी देने से भी कतराते थे, जो कि मैं ये राशि चेरिटी में भेजता था।
  • कुछ लोग इतनी नजीवी टोकन फ़ी में पूरी लाइफ का रीडिंग देने का आग्रह रखते थे।
  • मैं एडवांस पैसे नहीं लेता था तो इस वजह से कुछ लोग पैसे देने के लिए ना बोल देते थे।
  • एक कुंडली देखने में कभी कभी 2–3 दिन निकल जाते थे, फिर ऐसे अनुभव होने लगे तो मुझे मेरी परामर्श सेवा बंद करनी पड़ी थी लेकिन सभी के आग्रहवश फिर चालू की हैं।

एडिट : लोगों के आग्रहवश मैने फिरसे परामर्श शुरू किया हैं, ₹५०१ टोकन चार्ज से कुंडली विश्लेषण करता हूं।

मेरा संपर्क-

WhatsApp 9427209585

Only WhatsApp No phone calls please.

Yogi Adhiraaj की प्रोफाइल फ़ोटो

जब लोग ज्योतिष को पाखंड समझते हुए भी ज्योतिष परामर्श के लिए संपर्क करते हैं, तो उनके व्यवहार और सवालों से अक्सर यह समझ में आ जाता है कि वे ज्योतिष को मानने वाले हैं या उसकी बुराई करने वाले हैं। सबसे पहले, जो लोग ज्योतिष में विश्वास करते हैं, वे आमतौर पर बहुत उत्सुक होते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान जानने के लिए बहुत ही संजीदा और खुले होते हैं। वे अपनी जन्मतिथि, जन्म का समय और स्थान सही-सही बताते हैं और उनसे संबंधित प्रश्न पूछते हैं, जैसे कि उनके भविष्य, करियर, स्वास्थ्य, या व्यक्तिगत संबंधों के बारे में।

दूसरी ओर, जो लोग ज्योतिष को पाखंड समझते हैं, वे आमतौर पर बहुत संशयवादी और आलोचनात्मक होते

जब लोग ज्योतिष को पाखंड समझते हुए भी ज्योतिष परामर्श के लिए संपर्क करते हैं, तो उनके व्यवहार और सवालों से अक्सर यह समझ में आ जाता है कि वे ज्योतिष को मानने वाले हैं या उसकी बुराई करने वाले हैं। सबसे पहले, जो लोग ज्योतिष में विश्वास करते हैं, वे आमतौर पर बहुत उत्सुक होते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान जानने के लिए बहुत ही संजीदा और खुले होते हैं। वे अपनी जन्मतिथि, जन्म का समय और स्थान सही-सही बताते हैं और उनसे संबंधित प्रश्न पूछते हैं, जैसे कि उनके भविष्य, करियर, स्वास्थ्य, या व्यक्तिगत संबंधों के बारे में।

दूसरी ओर, जो लोग ज्योतिष को पाखंड समझते हैं, वे आमतौर पर बहुत संशयवादी और आलोचनात्मक होते हैं। वे सवालों को चुनौतीपूर्ण ढंग से पूछ सकते हैं और आपके द्वारा दिए गए उत्तरों पर संदेह कर सकते हैं। उनका व्यवहार अक्सर तर्कपूर्ण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित होता है, और वे इस कोशिश में रहते हैं कि ज्योतिष के सिद्धांतों को खारिज कर सकें। वे अपनी जानकारी छिपा सकते हैं या गलत जानकारी देकर आपकी परीक्षण कर सकते हैं।

इसके अलावा, जो लोग ज्योतिष को पाखंड मानते हैं, वे आमतौर पर आपकी बातों में विसंगतियाँ ढूंढने की कोशिश करते हैं। वे यह देखने की कोशिश करते हैं कि आप कितने सटीक और विश्वसनीय हैं। वे आपके द्वारा दी गई भविष्यवाणियों को समय-समय पर परीक्षण कर सकते हैं और उन पर प्रतिक्रिया देते हैं। उनके सवाल अक्सर आलोचनात्मक और कभी-कभी अपमानजनक भी हो सकते हैं।

हालांकि, यह भी संभव है कि कुछ लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए ज्योतिष का सहारा लेते हैं, भले ही वे इसे पूरी तरह से नहीं मानते। ऐसे लोग आमतौर पर किसी अन्य उपाय से निराश होने के बाद ज्योतिष की ओर रुख करते हैं। वे आपके उत्तरों को सुनते हैं और उनका विश्लेषण करते हैं, भले ही वे पूरी तरह से आश्वस्त न हों। उनके प्रश्न और प्रतिक्रिया तटस्थ होती है, और वे आपके द्वारा दिए गए सलाह को एक विकल्प के रूप में देख सकते हैं।

इस प्रकार, लोगों के व्यवहार, सवालों की शैली, और प्रतिक्रिया से यह पता चल सकता है कि वे ज्योतिष में विश्वास करते हैं या केवल उसकी बुराई करने के इरादे से आए हैं। यह महत्वपूर्ण है कि एक ज्योतिषी इन संकेतों को पहचानकर उनके साथ सम्मानपूर्वक और समझदारी से व्यवहार करे, चाहे उनका दृष्टिकोण जो भी हो।

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बहुत ही बढ़िया प्रश्न कोरा पे पोस्ट किया। आपने तो ऊटपटांग उतर न देते हुए। तथ्यपरक शास्त्रोक्त नियमो की आपको बहुत विस्तृत जानकारी सरल शब्दो मे देता हूं।

देखिये आप किसी भी ज्योतिष के विद्वान के दो तरह से संपर्क में आते। या किसी के बताने पर या सामाजिक प्रभाव से या किसी मंच पे। मगर तीनो ही स्तिथियों में आप ये सत्यता नही जान पाते कि उसका शास्त्रों और सूत्रों का अध्ययन कितनी गहराई तक है। ऐसे समझिये योग्यता को MBBS, या MD या MCH या सुपरस्पेशियलिटी या उससे भी आगे। अब जिसकी जितनी योग्यता उतना ही सटीक गढ़ना और प्रश्न का उतना ही सटीक उपाय। बोलिये हा या न।

अब महर्षियो द्वारा बताया नियम प्रश्न कर्ता के लिए सुन

बहुत ही बढ़िया प्रश्न कोरा पे पोस्ट किया। आपने तो ऊटपटांग उतर न देते हुए। तथ्यपरक शास्त्रोक्त नियमो की आपको बहुत विस्तृत जानकारी सरल शब्दो मे देता हूं।

देखिये आप किसी भी ज्योतिष के विद्वान के दो तरह से संपर्क में आते। या किसी के बताने पर या सामाजिक प्रभाव से या किसी मंच पे। मगर तीनो ही स्तिथियों में आप ये सत्यता नही जान पाते कि उसका शास्त्रों और सूत्रों का अध्ययन कितनी गहराई तक है। ऐसे समझिये योग्यता को MBBS, या MD या MCH या सुपरस्पेशियलिटी या उससे भी आगे। अब जिसकी जितनी योग्यता उतना ही सटीक गढ़ना और प्रश्न का उतना ही सटीक उपाय। बोलिये हा या न।

अब महर्षियो द्वारा बताया नियम प्रश्न कर्ता के लिए सुनिये। श्रेष्ठ तिथि और समय हो शुद्ध तन और मन हो। गुरु/विद्वान पर पूर्ण आस्था की ईश्वर मुझे इनके पास समाधान हेतु भेज रहा। गुरु के लिए अपनी सामर्थ्य के अनुसार यथाशक्ति अनुसार उतम प्रसन्ता से एक भेट आदर सहित गुरु चरणों मेअर्पण कर प्रश्न कर्ता को प्रश्न रखना चाहिए। अधीरता और व्याकुलता निषेध है। तत्पश्चात धैयपूर्वक उनसे उत्तर की प्रतीक्षा कर उत्तर प्राप्त कर आशीर्वाद लेकर आना चाहिए और गुरु के बताए निर्देशो का बिना संशय श्रद्धा से पालन करने से ही जातक का कल्याण होता । ये श्लोक सूत्र सस्कृत में इस लिए नही लिख रहा क्योकि आम लोग समझ नही सकते अतः सरल भाषा मे लिखा।

अब इसमें से कितना प्रश्नकर्ता ने फॉलो किया ये प्रश्नकर्ता पर निर्भर है।

जन्म कुंडली मे रेमेडीज/उपाय पंचम भाव से उतपन्न होती। और नवम भाव से फलित होती। पंचम भाव का नैसर्गिक स्वामी सूर्य आत्म कारक है। और नवम भाव का नैसर्गिक स्वामी बृहस्पति गुरु/धर्म/भाग्य दैवीय कृपा का कारक है। इसीलिए ज्योतिषी का अध्यात्म के मार्ग से गहरा जुड़ाव होना चाहिए। यानी उसका सूर्य और बृहस्पति बलवान स्तिथि में हो।

बृहस्पति का तत्व आकाश है। जो किसी भी चीज को कई गुना बढ़ा देता। सूर्य का तत्व अग्नि जो नवग्रहों का राजा नियंत्रक है। और आपका आत्मबल।

तो जब आपको गुरु कुछ स्वेच्छा से प्रसन्न होकर देता तो वो कई गुना बढ़ जाती है। मगर अगर आपका आत्मबल कमजोर है। तो उसी अनुपात में उपाय का प्रभाव मात्रा में बढ़ता।

अब मान लीजिए ऊपर के नियम आपने ठीक से फॉलो नही किये। कैज़ुअल पूछा और गुरु दक्षिणा अर्पण करते समय धन का संशय हुआ। या कहे धर्म के लिए आप 100 अर्पण करने की योग्यता रखते थे मगर चतुराई से 10 का नोट डाल आये तो इस प्रकार उदाहरण से समझिये आपने अपने नवम भाव बृहस्पति/गुरु को 10 रु दिया तो multifold हुआ यानी 100 रु हो गए और स्वेच्छा और प्रसन्ता से 1000 दिया तो 1 लाख क्योकि बृहस्पति /गुरु का का नैसर्गिक गुण multifold कर देना है चीजो को। इसलिए बगैर गुरु को सामर्थ्य अनुसार दक्षिणा प्रदान किये आपको भी बिना कुछ reverse मिले खाली multifold या expand होता। गुरु को जितनी बार देंगे उतना reverse में multifold होता जाएगा। इसीलिए धनी लोग गुरु के पास जाकर हमेशा धन अर्पण करते रहते। क्योकि वो बृहस्पति की सबसे भारी ऊर्जा से चीजो को बढ़ाने का लाभ लेते ।

जबकि शुक्र भी एक गुरु है, मगर वो भोग या कहे लेना जानता। तो जिसके भी संपर्क में आते आप पहले ये जरूर देखिये वो गुरु है या शुक्र। एक शब्द multifold/expand जरूर याद रखिये।🙂

एक बात और दुनियां का कोई भी ज्योतिषी या उपाय कालचक्र की गति को प्रभावित नही कर सकता किसी प्राणी या वस्तु में ये सामर्थ्य नही है। सटीक उपाय का मतलब सिर्फ इस प्रकार होता कि अचानक भयंकर बारिश हो और आपको सुरक्षित स्थान या छाता मिल जाये बस यही काम उपाय करता।

मेरा उत्तर जिसको भी पढ़ कर थोड़ी भी संतुष्टि मिले। वो upvote कर मुझे बता सकते है। सादर 🙏 @askfromastrologer

@Ask From Asrologer सम्पर्कसूत्र 8896606242 (सिर्फ व्हाट्सएप्प पे)

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ज्योतिषी का उद्देश्य जातक को कुंडली का विश्लेषण कर सही मार्गदर्शन प्रदान करना है जिसके लिए शुल्क का निर्धारण उचित नहीं माना गया है। साथ ही जातक को भी बिना शुल्क दिए परामर्श प्राप्त करना उचित नहीं बताया गया है। नि:शुल्क परामर्श देने वाले ज्योतिषी को लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं।

एक वाकया बता रहा हूं। एक रिटायर्ड फिजीशियंस जो CMO रह चुके थे, ने मेरे दोस्त को कुछ चिकित्सकीय परामर्श व दवाएं दिया। इस पर मेरे दोस्त ने कहा-क्या किसी डाक्टर को दिखा लूं? आप समझ सकते हैं कि उस समय CMO साहब को कितना अपमान महसूस हुआ होगा। ऐसा ही अपमान तब महसूस होता है जब जातक कुंडली दिखाने के बाद दिए गये परामर्श को मजाक मे

ज्योतिषी का उद्देश्य जातक को कुंडली का विश्लेषण कर सही मार्गदर्शन प्रदान करना है जिसके लिए शुल्क का निर्धारण उचित नहीं माना गया है। साथ ही जातक को भी बिना शुल्क दिए परामर्श प्राप्त करना उचित नहीं बताया गया है। नि:शुल्क परामर्श देने वाले ज्योतिषी को लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं।

एक वाकया बता रहा हूं। एक रिटायर्ड फिजीशियंस जो CMO रह चुके थे, ने मेरे दोस्त को कुछ चिकित्सकीय परामर्श व दवाएं दिया। इस पर मेरे दोस्त ने कहा-क्या किसी डाक्टर को दिखा लूं? आप समझ सकते हैं कि उस समय CMO साहब को कितना अपमान महसूस हुआ होगा। ऐसा ही अपमान तब महसूस होता है जब जातक कुंडली दिखाने के बाद दिए गये परामर्श को मजाक में लेता है। अतः ऐसे ज्योतिषी को लोग 'टाइमपास' कह देते हैं।

प्रमोद गौड़ की प्रोफाइल फ़ोटो

जी बिल्कुल ।

ज्योतिषी हैं तो ज्योतिष परामर्श ही करते होंगे ।

परंतु ज्योतिषी भगवान नहीं होता जो एक कागज़ का टुकड़ा देखकर आपका पूरा x-ray खींच ले ।

एक डॉक्टर बीस-पच्चीस लाख के बजट में पांच-सात साल कठोर अध्ययन करता है । फिर 50–60 लाख के बजट में क्लीनिक खोलता है । 10 साल प्रैक्टिस करता है । उसके बाद ही किसी रोगी को देखता है ।

रोगी के रोग का पता करने के लिए वह रोगी से 10-15 हजार की जांचें करवाता है । फिर भी वह रोगों का भविष्य नहीं बता पाता ।

वह बिना जांच के कुछ नहीं बता पाता, पूरी तरह से मशीनों पर Depend रहता है ।

अब करते हैं ज्योतिषी की बात । ज्योतिष में किसी भी विश्वविद्यालय से आचार्य की डिग्री प्राप्त

जी बिल्कुल ।

ज्योतिषी हैं तो ज्योतिष परामर्श ही करते होंगे ।

परंतु ज्योतिषी भगवान नहीं होता जो एक कागज़ का टुकड़ा देखकर आपका पूरा x-ray खींच ले ।

एक डॉक्टर बीस-पच्चीस लाख के बजट में पांच-सात साल कठोर अध्ययन करता है । फिर 50–60 लाख के बजट में क्लीनिक खोलता है । 10 साल प्रैक्टिस करता है । उसके बाद ही किसी रोगी को देखता है ।

रोगी के रोग का पता करने के लिए वह रोगी से 10-15 हजार की जांचें करवाता है । फिर भी वह रोगों का भविष्य नहीं बता पाता ।

वह बिना जांच के कुछ नहीं बता पाता, पूरी तरह से मशीनों पर Depend रहता है ।

अब करते हैं ज्योतिषी की बात । ज्योतिष में किसी भी विश्वविद्यालय से आचार्य की डिग्री प्राप्त करने के लिए 20-25 हजार काफ़ी हैं ।

उसके बाद ज्योतिषी से उम्मीद की जाती है कि वह ₹51 दक्षिणा लेकर एक छोटे से कागज के टुकड़े पर कुछ गणितीय गणना करके उसके पूरे पिछले जन्म, वर्तमान जन्म तथा अगले जन्म का 100% सही सही भविष्यवाणी करें । यह तो सरासर अन्याय है ।

अरे भाई ! मौसम विभाग अरबों रुपए खर्च करके मौसम की भविष्यवाणी सही सही नहीं कर पाता । और एक ज्योतिषी से आप 51 रुपए में भविष्यवाणी की उम्मीद करते हैं ।

ज्योतिष कोई फर्जी शास्त्र नहीं है । इसका दुरुपयोग करने वाले फर्जी होते हैं ।

हम पूरी कोशिश करते हैं कि हमारे ज्योतिष परामर्श से किसी को लाभ हो । और आप सभी प्रार्थना करें कि ज्योतिष एक लूट का शास्त्र या एक पाखंड न बन जाए ।

धन्यवाद 🙏

Quora User की प्रोफाइल फ़ोटो

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जी नहीं मेने ज्योतिष परामर्श देना बंद नहीं किया है l

निशुल्क सेवा नहीं करता हूँ, मेरी निर्धारित फीस है ,

कुण्डली विश्लेषण में काफी समय लगता है सारा दिन

मुश्किल से तीन या चार पत्री देखने में निकल जाता है

फिर ग्रह दशा के अनुसार उपाय देखने में भी समय लगता है

जो शुल्क देते हैं, उन्हे समाधान बताता हूँ,

मुफ्त वालों को नमस्कार जी

यहाँ मुफ्त इलाज सभी चाहते हैं या कुछ महानुभाव परखने

के लिये भी सवाल करते हैं l

जब आप नोकरी करते हैं, कोई काम करते हैं तो बिना झिझक के

अपना वेतन, मेहनताना प्राप्त करते हैं तो

ज्योतिषी से मुफ्त में सेवाएँ माँगना क्या उचित है ??

ओर इस तरह से पूछे गए उपाय का लाभ भी नहीं मिलता है l

जिन्हे यह

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जी नहीं मेने ज्योतिष परामर्श देना बंद नहीं किया है l

निशुल्क सेवा नहीं करता हूँ, मेरी निर्धारित फीस है ,

कुण्डली विश्लेषण में काफी समय लगता है सारा दिन

मुश्किल से तीन या चार पत्री देखने में निकल जाता है

फिर ग्रह दशा के अनुसार उपाय देखने में भी समय लगता है

जो शुल्क देते हैं, उन्हे समाधान बताता हूँ,

मुफ्त वालों को नमस्कार जी

यहाँ मुफ्त इलाज सभी चाहते हैं या कुछ महानुभाव परखने

के लिये भी सवाल करते हैं l

जब आप नोकरी करते हैं, कोई काम करते हैं तो बिना झिझक के

अपना वेतन, मेहनताना प्राप्त करते हैं तो

ज्योतिषी से मुफ्त में सेवाएँ माँगना क्या उचित है ??

ओर इस तरह से पूछे गए उपाय का लाभ भी नहीं मिलता है l

जिन्हे यह समझ आता है वो पहले फीस देते हैं l

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कपूरचंद अग्रवाल की प्रोफाइल फ़ोटो

मेरी अल्पमति के अनुसार, ज्योतिष चूंकि कर्म सिद्धांत पर आधारित शास्त्र है, इसलिए, जिनकी कुंडली में नवम भाव एवं नवमेश पापग्रहों से युत अथवा दृष्ट हों, विशेषतः नवम भाव में पापप्रभावित राहु हो, दशम (कर्मस्थान) दशमेश पापप्रभावित हों, ऐसे लोग प्रायः Unorthodox होते हैं।अर्थात पहले से स्थापित अथवा पारंपरिक धार्मिक व्यवस्था अथवा रूढ़ियों में पूर्णतः विश्वास नहीं करते या कुछ परंपरा विद्रोही किस्म के लोग होते हैं (योगकारक ग्रह पर यह नियम लागू नहीं होगा)।

ऐसा व्यक्ति जब किसी सक्षम ज्योतिषी को संपर्क करता है, तब वह ज्योतिषी उसकी मनस्थिति को पढ़ लेता है। और जब वह ज्योतिषी उसके सामने उसकी कुंडली का वास्तविक चि

मेरी अल्पमति के अनुसार, ज्योतिष चूंकि कर्म सिद्धांत पर आधारित शास्त्र है, इसलिए, जिनकी कुंडली में नवम भाव एवं नवमेश पापग्रहों से युत अथवा दृष्ट हों, विशेषतः नवम भाव में पापप्रभावित राहु हो, दशम (कर्मस्थान) दशमेश पापप्रभावित हों, ऐसे लोग प्रायः Unorthodox होते हैं।अर्थात पहले से स्थापित अथवा पारंपरिक धार्मिक व्यवस्था अथवा रूढ़ियों में पूर्णतः विश्वास नहीं करते या कुछ परंपरा विद्रोही किस्म के लोग होते हैं (योगकारक ग्रह पर यह नियम लागू नहीं होगा)।

ऐसा व्यक्ति जब किसी सक्षम ज्योतिषी को संपर्क करता है, तब वह ज्योतिषी उसकी मनस्थिति को पढ़ लेता है। और जब वह ज्योतिषी उसके सामने उसकी कुंडली का वास्तविक चित्रण (Delineation) करता है, तब वह पृच्छक पहले चकित होता है, फिर अंतर्मुख हो निरुत्तर हो जाता है और फिर एक के बाद एक समस्या बताने लग जाता है।

यहां ज्योतिष को पाखण्ड माननेवाला उसका भाव पूर्णतः खंडित हो जाता है और यही इस दैवी शास्त्र के लिए विजय पत्र होता है।

किंतु हां, ऐसे में ज्योतिषी ऐसा होना चाहिये जो महर्षि पाराशर जी के इस श्लोक पर खरा उररता हो।

गणितेषु प्रवीणो यः शब्दशास्त्रे कृतज्ञमः।

न्यायविद् बुद्धिमान देशदिक्कालग्यो जितेन्द्रियः।।

ऊहोपोह-पटुरहोरा स्कंधश्रवण सम्मतः।

मैत्रेय सत्यतां यानि तस्य वाक्यं न संशयः।।

आशा है मेरा उत्तर आपके लिए उपयोगी होगा।

श्री स्वामी समर्थ 🙏

चिम्मन गुनानी की प्रोफाइल फ़ोटो

लो जी कल्लो बात!

मेरी समझ में किसी का भी दिया हुआ परामर्श तब तक निरर्थक नहीं होता कि जबतक परामर्श पाने वाला उसमें आस्था नहीं रखता।

इसमें शुल्क या धन लेने देन का कोई औचित्य नहीं है।

यह सिर्फ और सिर्फ आस्था आदर सम्मान से सम्बन्धित है।

अगर आपने लाखों का शुल्क क्यों न दिया हो और आपकी परामर्श देने वाले में कोई आस्था सम्मान ही नहीं है तो परामर्श 101% निरर्थक हो जाना है।

यह बात आप अपने माइंड के शास्त्र में अंकित करें।

मुझे यह भी मालूम है आप सिर्फ ज्योतिष सम्बन्धी प्रश्न करते हैं और न तो उसको पढ़ते हैं और न कोई टिप्पणी या अपवोट करते हैं।

मेरी बात कड़वी लगेगी लेकिन यह सच्चाई है कि यहां क्योरा पर सभी का परिचय

लो जी कल्लो बात!

मेरी समझ में किसी का भी दिया हुआ परामर्श तब तक निरर्थक नहीं होता कि जबतक परामर्श पाने वाला उसमें आस्था नहीं रखता।

इसमें शुल्क या धन लेने देन का कोई औचित्य नहीं है।

यह सिर्फ और सिर्फ आस्था आदर सम्मान से सम्बन्धित है।

अगर आपने लाखों का शुल्क क्यों न दिया हो और आपकी परामर्श देने वाले में कोई आस्था सम्मान ही नहीं है तो परामर्श 101% निरर्थक हो जाना है।

यह बात आप अपने माइंड के शास्त्र में अंकित करें।

मुझे यह भी मालूम है आप सिर्फ ज्योतिष सम्बन्धी प्रश्न करते हैं और न तो उसको पढ़ते हैं और न कोई टिप्पणी या अपवोट करते हैं।

मेरी बात कड़वी लगेगी लेकिन यह सच्चाई है कि यहां क्योरा पर सभी का परिचय हो चुका है

बिना ज्ञान की निरर्थकता वाली बातें अब नहीं चलेगी होर की' 😜

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नही, मेरा मानना है, ज्योतिष विद्या एक गूढ़ साइंस है। पर सही विद्या को पढ़ने वाले बहुत कम है। मैं इसलिए नही कंसल्ट करता। पास्ट तो सभी सही बता देते हैं पर भविष्य की बाते किसी की सही नही हुई। पर मेरे दोस्तों को जो बताई वो सब ठीक निकली जा हुई। मेरी दादी जी के वक्त एक ज्योतिष थे, उनकी भविष्यवाणी कभी गलत नही हुई थी। यह 1970 के वक्त की बात है। इसी तरह नाहन में एक वैद ज्योतिष थे, उनकी भविष्यवाणी भी सटीक होती थी। मेरे पिता जी के दोस्त थे, उन्होंने मेरे बारे सिर्फ तीन बातों में जिंदगी का निचोड़ बता दिया पर एक बात वो मेरे करैक्टर के बारे बताते थे, हमेशा गलत रहे।

कारण पहले ज्योतिष के साथ खूब पाठ पूजा करते थे।

नही, मेरा मानना है, ज्योतिष विद्या एक गूढ़ साइंस है। पर सही विद्या को पढ़ने वाले बहुत कम है। मैं इसलिए नही कंसल्ट करता। पास्ट तो सभी सही बता देते हैं पर भविष्य की बाते किसी की सही नही हुई। पर मेरे दोस्तों को जो बताई वो सब ठीक निकली जा हुई। मेरी दादी जी के वक्त एक ज्योतिष थे, उनकी भविष्यवाणी कभी गलत नही हुई थी। यह 1970 के वक्त की बात है। इसी तरह नाहन में एक वैद ज्योतिष थे, उनकी भविष्यवाणी भी सटीक होती थी। मेरे पिता जी के दोस्त थे, उन्होंने मेरे बारे सिर्फ तीन बातों में जिंदगी का निचोड़ बता दिया पर एक बात वो मेरे करैक्टर के बारे बताते थे, हमेशा गलत रहे।

कारण पहले ज्योतिष के साथ खूब पाठ पूजा करते थे।आज शॉर्ट कट ओर हाई टेक का जमाना है। बहुत कम ज्योतिषी होंगे जो पहले पाठ पूजा करते हैं।

कपूरचंद अग्रवाल की प्रोफाइल फ़ोटो

नहीं भाई, मैंने तो ज्योतिष परामर्श देना बंद नहीं किया है। आपसे किसने कहा?

राजकुमार देवांगन की प्रोफाइल फ़ोटो

गुरूकूल जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के ज्योतिषीय परामर्श के लिए कई लाभ हैं:

1. **विशेषज्ञ ज्योतिषियों तक पहुंच**: गुरूकूल पर प्रमाणित और अनुभवी ज्योतिषी उपलब्ध होते हैं, जो सटीक और विश्वसनीय परामर्श प्रदान करते हैं।

2. **सुविधा और सुलभता**: आप घर बैठे ही अपने मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। यह समय और यात्रा की बचत करता है।

3. **विविध सेवाएं**: गुरूकूल पर कुंडली विश्लेषण, मैच मेकिंग, प्रश्न कुंडली, रत्न परामर्श, वास्तु सलाह आदि जैसी विविध सेवाएं उपलब्ध हैं।

4. **सुरक्षा और गोपनीयता**: गुरूकूल आपकी व्यक्तिगत जानकारी और परामर्श विवरण को गोपनीय रखता है, जिससे आ

गुरूकूल जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के ज्योतिषीय परामर्श के लिए कई लाभ हैं:

1. **विशेषज्ञ ज्योतिषियों तक पहुंच**: गुरूकूल पर प्रमाणित और अनुभवी ज्योतिषी उपलब्ध होते हैं, जो सटीक और विश्वसनीय परामर्श प्रदान करते हैं।

2. **सुविधा और सुलभता**: आप घर बैठे ही अपने मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। यह समय और यात्रा की बचत करता है।

3. **विविध सेवाएं**: गुरूकूल पर कुंडली विश्लेषण, मैच मेकिंग, प्रश्न कुंडली, रत्न परामर्श, वास्तु सलाह आदि जैसी विविध सेवाएं उपलब्ध हैं।

4. **सुरक्षा और गोपनीयता**: गुरूकूल आपकी व्यक्तिगत जानकारी और परामर्श विवरण को गोपनीय रखता है, जिससे आप सुरक्षित महसूस करते हैं।

5. **समीक्षा और रेटिंग**: आप अन्य उपयोगकर्ताओं की समीक्षाओं और रेटिंग्स के आधार पर सही ज्योतिषी चुन सकते हैं।

6. **सस्ती दरें**: गुरूकूल पर ज्योतिषीय सेवाएं सामान्यतः सस्ती और प्रतिस्पर्धी दरों पर उपलब्ध होती हैं।

7. **24/7 उपलब्धता**: आप किसी भी समय ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि यह प्लेटफॉर्म 24 घंटे उपलब्ध होता है।

8. **व्यक्तिगतकृत परामर्श**: ज्योतिषी आपकी व्यक्तिगत समस्याओं और प्रश्नों के आधार पर विशेष परामर्श प्रदान करते हैं।

इस प्रकार, गुरूकूल जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग करके आप सुविधाजनक, सुरक्षित और प्रभावी ज्योतिषीय परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।

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Satya Reddy की प्रोफाइल फ़ोटो

यदि कोई ज्योतिषाचार्य या व्यक्ति हमेशा पैसे की बात करता है और ग्राहक की समस्याओं को सुनने में रुचि नहीं रखता, तो यह स्पष्ट है कि वह केवल पैसे के पीछे भाग रहा है। ऐसे लोग, खासकर क्वोरा जैसी वेबसाइटों पर, जहां कुछ लोग केवल कॉपी-पेस्ट करके और पैसे मांगकर लोगों को गुमराह करते हैं, से सावधान रहना चाहिए।

लोगों को ऐसे लोगों से परामर्श नहीं लेना चाहिए जो:

1. हर जवाब में केवल पैसे की बात करते हैं। उनकी प्राथमिकता केवल पैसा होती है, न कि आपकी समस्या का समाधान।

2. नकली छवि के पीछे छिपे होते हैं। ऐसे लोग अपनी असली पहचान नहीं दिखाते और उन पर भरोसा करना मुश्किल होता है।

3. ग्राहक की समस्याओं को सुनने में रुचि न

यदि कोई ज्योतिषाचार्य या व्यक्ति हमेशा पैसे की बात करता है और ग्राहक की समस्याओं को सुनने में रुचि नहीं रखता, तो यह स्पष्ट है कि वह केवल पैसे के पीछे भाग रहा है। ऐसे लोग, खासकर क्वोरा जैसी वेबसाइटों पर, जहां कुछ लोग केवल कॉपी-पेस्ट करके और पैसे मांगकर लोगों को गुमराह करते हैं, से सावधान रहना चाहिए।

लोगों को ऐसे लोगों से परामर्श नहीं लेना चाहिए जो:

1. हर जवाब में केवल पैसे की बात करते हैं। उनकी प्राथमिकता केवल पैसा होती है, न कि आपकी समस्या का समाधान।

2. नकली छवि के पीछे छिपे होते हैं। ऐसे लोग अपनी असली पहचान नहीं दिखाते और उन पर भरोसा करना मुश्किल होता है।

3. ग्राहक की समस्याओं को सुनने में रुचि नहीं रखते। ऐसे लोग केवल अपने फायदे के लिए काम कर रहे होते हैं और आपके मुद्दों का सही समाधान नहीं दे पाएंगे।

जब आप किसी ज्योतिषाचार्य या सलाहकार से परामर्श लें, तो यह सुनिश्चित करें कि:

- वे अपनी सेवाओं के बारे में स्पष्ट और पारदर्शी हों।

- वे आपकी समस्याओं को सुनने और सही समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध हों।

- वे अपनी असली पहचान और पेशेवर आचरण को बनाए रखें।

लोगों को ऐसे झूठे और पैसे के पीछे भागने वाले लोगों से सावधान रहना चाहिए और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सही और ईमानदार पेशेवरों की तलाश करनी चाहिए।

यशपाल की प्रोफाइल फ़ोटो

आदरणीय बन्धु ! ज्योतिषियों से पूछा जाने वाला प्रश्न आपने मुझ से पूछा है । पूछ ही लिया है तो बताता हूं कि मुझे इस फलित ज्योतिष की सत्यता पर तनिक भी विश्वास नहीं है । सही कहा जाए तो यह ज्योतिष है ही नहीं । वास्तविक ज्योतिष शास्त्र तो एक प्रकार का खगोलशास्त्र है । जिसके द्वारा आकाश में स्थित सभी ग्रह-नक्षत्रों की गति और स्थिति का आकलन करता है । उसमें व्यक्तिगत फलादेश होता ही नहीं है । यह प्रचलित ज्योतिष तो धनहरण की ठगविद्या का तुक्का शास्त्र है । लग जाए तो तीर नहीं तो तुक्का ।

डॉ. नागेश राजोपाध्ये की प्रोफाइल फ़ोटो

जरूर देता हूं और यही देता हूं। और सारे सबुतोंके साथ। मैं कई साल एक ज्योतिषी रह चूका हु (आजकल मैं केवल एक संशोधक हु) और विश्वास के साथ कहता हु - ज्योतिष विद्या में कोई वैधता नहीं है.

ज्योतिष सच या झूट? हमने 10 साल के प्रतिबद्ध शोध के माध्यम से इस प्रश्न का उत्तर निकाला। वैदिक ज्योतिष का अनुभवजन्य परीक्षण (Empirical testing ) पहली बार पैमाने पर हजारों (हाँ, आपने सही सुना, सचमे हजारों) पत्रिकाओंका का विश्लेषण और कंप्यूटर programs का उपयोग करके किया गया।

आप ये तो मानही जायेंगे की अगर ज्योतिषविद्या सच है तो अमिताभ बच्चन, रणवीर सींग जैसे लोगोंके और हमारे जैसे लोगोंके कुंडली में कुछ फरक जरूर होना चाहिय

जरूर देता हूं और यही देता हूं। और सारे सबुतोंके साथ। मैं कई साल एक ज्योतिषी रह चूका हु (आजकल मैं केवल एक संशोधक हु) और विश्वास के साथ कहता हु - ज्योतिष विद्या में कोई वैधता नहीं है.

ज्योतिष सच या झूट? हमने 10 साल के प्रतिबद्ध शोध के माध्यम से इस प्रश्न का उत्तर निकाला। वैदिक ज्योतिष का अनुभवजन्य परीक्षण (Empirical testing ) पहली बार पैमाने पर हजारों (हाँ, आपने सही सुना, सचमे हजारों) पत्रिकाओंका का विश्लेषण और कंप्यूटर programs का उपयोग करके किया गया।

आप ये तो मानही जायेंगे की अगर ज्योतिषविद्या सच है तो अमिताभ बच्चन, रणवीर सींग जैसे लोगोंके और हमारे जैसे लोगोंके कुंडली में कुछ फरक जरूर होना चाहिय, बराबर? इसीलिए हमने हमारे प्रयोग में बिल्कुल विपरीत (exactly opposite ) समूहों के कुण्डलियोंकी की तुलना करके वैदिक ज्योतिष का परीक्षण किया - सेलिब्रिटी के 742 पत्रिका बनाम 509 पत्रिका उन लोगोंकी जिन्होंने बिलकुल सामान्य जीवन बिताया. हमने 22 सबसे बुनियादी (most fundamental ) सिद्धांतों की जाँच की (जैसे की (a) अगर कोई ग्रह नीच हो और उसका शनि/मंगल के साथ कुयोग हो तो उस ग्रह के कारक परिणाम नष्ट हो जाते है (b) क्रूर नक्षत्र में ग्रह हानिकारक प्रभाव देता है (c) स्थान में शनि/मंगल का होना, उस स्थान के कारक भाव को नष्ट कर देता है और ऐसे कुल मिलाके 22 मुलभुत तत्व ). इसके सिवाय ज्योतिष के सैकड़ों नियम, लग्न (Ascendant ) की विशेषताएं, विभिन्न 136 ज्योतिषीय मानदंड, ग्रहों / स्थानोंकी की नकारात्मकता, सकारात्मकता आदि ...सबकी हमने तुलना की.

हमारे परीक्षण का निष्कर्ष था - वैदिक ज्योतिष के सिद्धांत न तो व्यक्तिगत (individually) रूप से सिद्ध होते है और न ही संयोजन में (in combination ) और वैदिक ज्योतिष में कोई वैधता (Validity ) नहीं है।

आप कह सकते हैं कि केवल एक प्रयोग 1000 साल की विरासत को कैसे खारिज कर सकता है, जो सही भी है। इसलिए हमने अनेक अन्य समूहों के साथ हजारो कुण्डलिया लेकर ऐसे कई प्रयोग किए जैसे कि Never married Versus दीर्घ वैवाहिक जीवन, मानसिक रूप से विकलांग बनाम बुद्धिमान, cancer Versus Never Cancer, और इसी तरह और कितने सारे । परिणाम समान थे - न तो वो मूल तत्व, न ज्योतिषविद्या - empirically कुछ भी सिद्ध नहीं हो रहा है । साथ ही, ये मत भूलिए, की ये वही सिद्धांत (fundamental principles) हैं जिनका उपयोग ज्योतिषी अपने दैनिक व्यवहार में करते हैं, जब आप उनके पास जाते हैं। इन्ही invalid तत्वोंका इस्तेमाल करके आपका marriage, career, business बताया जाता है. क्या अब भी आप जोखिम लेना चाहते है ?

अब आते है करियर या व्यवसाय के क्षेत्र पर। हमने इन्ही कुण्डलियोंकी करियर लाइन के हिसाब की तुलना की तो हमें उसमे कोई फरक नजर नहीं आया। ये प्रयोग आप भी कर सकते है। आप अपने रिश्तेदारोंकी की दस कुंडली लेके ज्योतिषी के पास जाइये और उनको बोलिये उनकी करियर लाइन वो अचूक बता दे। अगर जबाब 70% से ज्यादा सही आये तो आप तीन गुना कंसल्टेशन शुल्क देके उनसे आपकेलिए सलाह लीजिये। इस परीक्षा को डबल ब्लाइंड टेस्ट बोलते है और भारत में ही नहीं बल्कि पुरे विश्वमें आजतक ये परीक्षा किसीने पास नहीं की है। आप सोचिये अगर इनके पास सचमे करियर लाइन बतानेकी कोई विद्या होती तो इनके एसोसिएशन ऐसे परीक्षाओंका खुदही आयोजन करके अपने ज्योतिषियोंकी योग्यता सिद्ध नहीं करते? इनके लिए विज्ञापन का इससे बेहतर कोई उपाय नहीं होता फिर भी वो क्यों नहीं कर रहे है, इसी सवाल में इसका जबाब है।

अधिक जानकारी के लिए

Youtube Link = https://youtu.be/5iVmPUo42aE

या फिर ये website का हिंदी version देखे

AstrologyYesOrNo

अब यह आपकी मर्जी है कि आप अपने निर्णयों के लिए ज्योतिष का उपयोग करना चाहते हैं या एक प्रयत्नवादी स्वतंत्र जीवन जीना चाहते हैं।

प्रारब्ध विश्वकर्मा की प्रोफाइल फ़ोटो

क्या आप कम से कम शब्दों में यह बता सकते हैं कि लोग नि:शुल्क परामर्श देने वाले ज्योतिषी को क्या समझते हैं❓️

बिल्कुल कम शब्दों में मैं चित्रों के माध्यम से आपके प्रश्न का उत्तर दे रहा हूं ☝️देखिए जैसे यह वैशाख नंदन, इस जानवर का संस्कृत का नाम है, के ऊपर यह व्यक्ति लकड़ी का बोझ लादता ही जा रहा है उसी प्रकार जब ज्योतिषी नि:शुल्क ज्योतिष परामर्श देकर लोगों का कल्याण / परोपकार करने का प्रयास करता है, तो उसे ज्योतिषी के ऊपर इस प्रकार के प्रश्नों की बौछार होने लगती है जो कि इस उत्तर का मूल स्रोत है। चित्र सोर्स है गूगल इमेज।

क्या आप कम से कम शब्दों में यह बता सकते हैं कि लोग नि:शुल्क परामर्श देने वाले ज्योतिषी को क्या समझते हैं❓️

बिल्कुल कम शब्दों में मैं चित्रों के माध्यम से आपके प्रश्न का उत्तर दे रहा हूं ☝️देखिए जैसे यह वैशाख नंदन, इस जानवर का संस्कृत का नाम है, के ऊपर यह व्यक्ति लकड़ी का बोझ लादता ही जा रहा है उसी प्रकार जब ज्योतिषी नि:शुल्क ज्योतिष परामर्श देकर लोगों का कल्याण / परोपकार करने का प्रयास करता है, तो उसे ज्योतिषी के ऊपर इस प्रकार के प्रश्नों की बौछार होने लगती है जो कि इस उत्तर का मूल स्रोत है। चित्र सोर्स है गूगल इमेज।

यशस की प्रोफाइल फ़ोटो

प्रश्न ज्योतिष का तरीका खुद ज्योतिष शास्त्र में ही बताया गया है जिसमें प्रश्न पूछते वक्त की कुंडली बना कर प्रश्न का उत्तर दिया जाता है । इसके पीछे का सिद्धांत यह है कि समय और ग्रहों की वजह से हमारी सोच नियंत्रित होती है तो प्रश्न का विषय वर्तमान कुंडली की लगन से मिलता है और उससे प्रश्न का समाधान किया जा सकता है ।

यह तरीका आसन्न भविष्य के लिए तो सही हो सकता है जैसे चोरी हुई वस्तु , खोई हुई वस्तु या व्यक्ति के बारे में पता करना , रोग , दुर्घटना में मृत्यु की आशंका आदि में । पर किसी व्यक्ति का लंबे अरसे का भविष्य बताना इसमें सम्भव नहीं हो पाता ।


ज्योतिष में सबसे ज्यादा महत्व शनि ग्रह का है , उसके ब

प्रश्न ज्योतिष का तरीका खुद ज्योतिष शास्त्र में ही बताया गया है जिसमें प्रश्न पूछते वक्त की कुंडली बना कर प्रश्न का उत्तर दिया जाता है । इसके पीछे का सिद्धांत यह है कि समय और ग्रहों की वजह से हमारी सोच नियंत्रित होती है तो प्रश्न का विषय वर्तमान कुंडली की लगन से मिलता है और उससे प्रश्न का समाधान किया जा सकता है ।

यह तरीका आसन्न भविष्य के लिए तो सही हो सकता है जैसे चोरी हुई वस्तु , खोई हुई वस्तु या व्यक्ति के बारे में पता करना , रोग , दुर्घटना में मृत्यु की आशंका आदि में । पर किसी व्यक्ति का लंबे अरसे का भविष्य बताना इसमें सम्भव नहीं हो पाता ।


ज्योतिष में सबसे ज्यादा महत्व शनि ग्रह का है , उसके बाद गुरु ग्रह का । गुरु प्रत्येक वर्ष और शनि हर तीसरे वर्ष राशि बदलता है । इसके आधार पर कुछ भविष्यकथन किया जा सकता है जो गोचरफल कहलाता है । अखबारों में जो भविष्यफल निकलता है उसका सैद्धांतिक आधार वर्तमान ग्रहों की स्थिति ही होता है पर उसमें भी चन्द्र राशि को आधार बना कर भविष्यवाणी करते हैं ।


अगर आपको जन्म का सही वक्त नहीं मालूम है , लेकिन तारीख मालूम है तो चन्द्र राशि पता की जा सकती है क्योंकि चन्द्रमा 50 घण्टे बाद राशि बदलता है जबकि लग्न कुंडली में हर 2 घण्टे में राशि बदलती है ।

इस चन्द्र राशि के आधार पर आपकी जन्म की न सिर्फ चन्द्रकुण्डली बन जाएगी , बल्कि भविष्य का गोचर फल ( साढ़ेसाती, ढैय्या) भी देखा जा सकता है । लगभग 50 प्रतिशत भविष्य कथन किया जा सकता है ।


आज से करीब 18 साल पहले जब मैं पावरग्रिड में प्रबंधक था तो मेरा एक मातहत इंजीनियर अपने घरेलू माहौल से बहुत परेशान रहता था । उन दिनों मैंने भारतीय विद्या भवन दिल्ली से नया नया ज्योतिष कोर्स किया था इसलिए लोग मुझे अक्सर अपनी कुंडली दिखाया करते थे ।

गांव की पैदाइश होने से उसके पास कोई जन्म तारीख समय उपलब्ध नहीं था ।

ऐसे में मैंने शनि की राशि परिवर्तन से उसके खराब समय को चेक करना शुरू किया और वह काफी हद तक सही निकला । चूंकि उसकी समस्या 4–5 साल से चल रही थी तो साढ़ेसाती का मामला बनता था । उस आधार पर अनुमान से उसकी राशि तय हो गयी । अगर साल दो साल से स्थिति ज्यादा खराब है तो शनि ढैय्या का प्रभाव हो सकता है ।


सही जन्मतिथि, जन्म समय , जन्म स्थान पता होना नेटबैंकिंग के पासवर्ड जैसा है जिसमें पूरा बैंक स्टेटमेंट निकल सकता है । पासवर्ड न पता होने पर आधे अधूरे हैकिंग वाली तरकीबें प्रयोग की जातीं हैं ।

निधि त्रिवेदी की प्रोफाइल फ़ोटो

किसी व्यक्ति को ज्योतिष परामर्श की आवश्यकता है या नहीं, इसका निर्धारण उसकी जीवन की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों, और उसकी मानसिक और भावनात्मक आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है। कुछ सामान्य परिस्थितियाँ जिनमें ज्योतिष परामर्श मददगार हो सकता है, वे इस प्रकार हैं:

1. जीवन में महत्वपूर्ण निर्णय लेने की स्थिति:

यदि व्यक्ति करियर, शादी, या व्यवसाय से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेने की स्थिति में है और वह अनिश्चित महसूस कर रहा है, तो ज्योतिष परामर्श उसे सही दिशा में निर्णय लेने में मदद कर सकता है। ग्रहों की दशा और कुंडली का अध्ययन करके ज्योतिषी यह बता सकता है कि कौन सा समय निर्णय लेने के लिए अनुकूल है।

2. स्व

किसी व्यक्ति को ज्योतिष परामर्श की आवश्यकता है या नहीं, इसका निर्धारण उसकी जीवन की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों, और उसकी मानसिक और भावनात्मक आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है। कुछ सामान्य परिस्थितियाँ जिनमें ज्योतिष परामर्श मददगार हो सकता है, वे इस प्रकार हैं:

1. जीवन में महत्वपूर्ण निर्णय लेने की स्थिति:

यदि व्यक्ति करियर, शादी, या व्यवसाय से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेने की स्थिति में है और वह अनिश्चित महसूस कर रहा है, तो ज्योतिष परामर्श उसे सही दिशा में निर्णय लेने में मदद कर सकता है। ग्रहों की दशा और कुंडली का अध्ययन करके ज्योतिषी यह बता सकता है कि कौन सा समय निर्णय लेने के लिए अनुकूल है।

2. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ:

यदि व्यक्ति बार-बार बीमार हो रहा है या कोई दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहा है, तो ज्योतिष परामर्श यह समझने में मदद कर सकता है कि ग्रहों के प्रभाव के कारण स्वास्थ्य में समस्या क्यों आ रही है और इसे ठीक करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

3. वित्तीय कठिनाइयाँ:

जब व्यक्ति लंबे समय से आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहा हो, जैसे कर्ज, निवेश में नुकसान, या आय में रुकावट, तब ज्योतिष परामर्श यह बता सकता है कि उसकी कुंडली में कौन से ग्रह इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं और उसे इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए कौन से ज्योतिषीय उपाय करने चाहिए।

4. रिश्तों में समस्याएँ:

यदि व्यक्ति के रिश्तों में समस्याएँ चल रही हैं, जैसे कि शादी में अनबन, परिवार में कलह, या मित्रों के साथ विवाद, तो ज्योतिषी यह समझ सकता है कि क्या कोई ग्रह या दशा इस स्थिति को प्रभावित कर रही है। इससे व्यक्ति को अपने रिश्तों को सुधारने में मदद मिल सकती है।

5. असुरक्षा और मानसिक अस्थिरता:

अगर व्यक्ति मानसिक अस्थिरता, तनाव, या असुरक्षा का अनुभव कर रहा है, और उसे यह समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों हो रहा है, तो ज्योतिष परामर्श उसे आत्मनिरीक्षण और आत्मविश्वास प्राप्त करने में मदद कर सकता है। कुंडली के माध्यम से मानसिक और भावनात्मक स्थितियों को समझा जा सकता है और उसके अनुरूप उपाय किए जा सकते हैं।

6. समय के साथ ग्रहों के बदलते प्रभाव:

ज्योतिष परामर्श तब भी जरूरी हो सकता है जब व्यक्ति अपनी जीवन की दशा-महादशा या गोचर की स्थिति को समझना चाहता है। इससे उसे यह जानकारी मिल सकती है कि वर्तमान समय में कौन से ग्रह उसका साथ दे रहे हैं और कौन से उसके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, ज्योतिष परामर्श की जरूरत तब भी होती है जब व्यक्ति अपने जीवन में आत्मविकास और आध्यात्मिक दिशा की तलाश कर रहा हो। कई लोग अपने जीवन के उद्देश्य, आंतरिक शांति, और आत्मिक संतुलन को समझने के लिए ज्योतिष की सहायता लेते हैं। ज्योतिष केवल भौतिक समस्याओं का समाधान नहीं करता, बल्कि व्यक्ति की आंतरिक यात्रा को भी समझने में मदद करता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति यह बता सकती है कि व्यक्ति किस तरह के मानसिक, भावनात्मक, और आध्यात्मिक विकास के लिए तैयार है और उसे किस दिशा में अपने प्रयासों को केंद्रित करना चाहिए। ज्योतिषी इस आत्म-खोज में मार्गदर्शन कर सकता है और जीवन की गहरी समझ और संतुलन प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

किसी व्यक्ति को ज्योतिषीय परामर्श की जरूरत होती है, जब वह जीवन में अनिश्चितता, संघर्ष, या मानसिक दबाव का सामना कर रहा होता है, और उसे मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। ज्योतिष केवल भविष्य जानने का साधन नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति को सकारात्मक दिशा में ले जाने और उसकी समस्याओं का समाधान करने का एक माध्यम भी है।

नरेन्द्र गुप्ता की प्रोफाइल फ़ोटो

यह बिल्कुल उसी तरह है जैसे कोई डॉक्टर ट्रीटमेंट करता है। वह भी पेशेंट से फीस लेता है। उसके ट्रीटमेंट से कोई पेशेंट कितना ठीक होगा या होगा भही कि नहीं होगा, कुछ नहीं कहा जा सकता। फिर भी उसकी फीस उसका अधिकार है।

इसी तरह ज्योतिष है। कोई ज्योतिषी किसी भी लेवल का हो, यदि कोई व्यक्ति अपनी समस्याओं के लिए ज्योतिषी से सुझाव लेता है तो फीस ज्योतिषी का अधिकार। बनता है।

यदि ट्रीटमेंट या परामर्श लिया जाता है तो लाभ होने की स्थिति मेडिकल और ज्योतिष दौनों में ही संभावनाओं पर आधारित हैं।

नरेन्द्र गुप्ता की प्रोफाइल फ़ोटो

अच्छा चल रहा है।

जो व्यक्ति ऑनलाइन अपनी जन्मकुंडली, महादशा, अंतरदशा चार्ट भेजते हैं, एक प्रश्न पूछते हैं, उन्हें मैं फ्री कंसल्टेशन भी दे देता हूँ।

जो व्यक्ति जन्म के डेटा भेजते हैं और फलादेश पूछते हैं तो मैं अपनी फीस रु.250/- लेकर केलकुलेशन करके उन्हें फलादेश बताता हूँ।

अगर छोटी छोटी बातों को ध्यान से देखने लगे तो पता चले की ज्योतिष के बारे में कितना सत्य छुपा हुवा है जैसे की राहु और शनि की युति या राहु और शनि एक दूसरे पर दृष्टि भी शापित योग कहलाता है अगर आपकी कुंडली में ही योग है तो आप की दो जनरेशन में याने आपके पिताजी के दादा के जामानेसे कोय उनकी वजहसे बेघर होगे या किसी का पैसा हड़प लिया या किसकी जिन्दगी बर्बाद कर दी या किसी ने तुमारी वझसे आत्महत्या करली तो ये शापित योग तीन पीढ़ी में किसीको ने किसीको भोगना पड़ता है जिसे किसी का जवान लड़का का एक्सिडन हो जाना या अचानक मौत आना या घरसे चला जाना या बात पक्की है अगर आप की कुंडली में शापित योग है तो आप एक अच्छे ज्

अगर छोटी छोटी बातों को ध्यान से देखने लगे तो पता चले की ज्योतिष के बारे में कितना सत्य छुपा हुवा है जैसे की राहु और शनि की युति या राहु और शनि एक दूसरे पर दृष्टि भी शापित योग कहलाता है अगर आपकी कुंडली में ही योग है तो आप की दो जनरेशन में याने आपके पिताजी के दादा के जामानेसे कोय उनकी वजहसे बेघर होगे या किसी का पैसा हड़प लिया या किसकी जिन्दगी बर्बाद कर दी या किसी ने तुमारी वझसे आत्महत्या करली तो ये शापित योग तीन पीढ़ी में किसीको ने किसीको भोगना पड़ता है जिसे किसी का जवान लड़का का एक्सिडन हो जाना या अचानक मौत आना या घरसे चला जाना या बात पक्की है अगर आप की कुंडली में शापित योग है तो आप एक अच्छे ज्योतिष को बता के देख सकते है मैं ने हजार कुंडली का निरीक्षण करके ये अनुमान निकाला है सौ कुंडली में से नाव्यौनु कुंडली सच सबाबित हुई है।

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मेरी सबसे बड़ी परेशानी थी – सही निर्णय लेने में असमर्थता। कोई भी बड़ा फैसला हो, मन में एक अजीब सी घबराहट और असमंजस घेर लेता था। क्या करूँ, क्या ना करूँ...यही सोचते सोचते समय निकल जाता। दोस्तों ने ऑनलाइन ज्योतिष परामर्श के बारे में बताया। पहले तो थोड़ा अजीब लगा, लेकिन फिर मैंने ज्योतिषी प्रदीप वर्मा जी ( +919910993008) से ऑनलाइन सलाह लेने का फैसला किया।

ऑनलाइन ज्योतिष परामर्श की कुछ खास बातें जो मुझे अच्छी लगीं:

  • सुविधा: घर बैठे, अपने समय के अनुसार आप किसी भी अच्छे ज्योतिषी से बात कर सकते हैं। कहीं जाने का झंझट नहीं, ट्रैफ़िक में फंसने का डर नहीं।
  • विकल्पों की विविधता: ऑनलाइन आपको अपने क्षेत्र ही नह

मेरी सबसे बड़ी परेशानी थी – सही निर्णय लेने में असमर्थता। कोई भी बड़ा फैसला हो, मन में एक अजीब सी घबराहट और असमंजस घेर लेता था। क्या करूँ, क्या ना करूँ...यही सोचते सोचते समय निकल जाता। दोस्तों ने ऑनलाइन ज्योतिष परामर्श के बारे में बताया। पहले तो थोड़ा अजीब लगा, लेकिन फिर मैंने ज्योतिषी प्रदीप वर्मा जी ( +919910993008) से ऑनलाइन सलाह लेने का फैसला किया।

ऑनलाइन ज्योतिष परामर्श की कुछ खास बातें जो मुझे अच्छी लगीं:

  • सुविधा: घर बैठे, अपने समय के अनुसार आप किसी भी अच्छे ज्योतिषी से बात कर सकते हैं। कहीं जाने का झंझट नहीं, ट्रैफ़िक में फंसने का डर नहीं।
  • विकल्पों की विविधता: ऑनलाइन आपको अपने क्षेत्र ही नहीं, पूरे देश के प्रसिद्ध ज्योतिषियों से जुड़ने का मौका मिलता है। आप उनकी प्रोफाइल देखकर, विषय के अनुसार सही ज्योतिषी चुन सकते हैं।
  • विचार करने का समय: व्यक्तिगत मुलाकात में कभी-कभी थोड़ा दबाव महसूस हो सकता है। ऑनलाइन परामर्श में, आप ज्योतिषी की बातें शांति से सुन सकते हैं, और फिर अपनी गति से उस पर विचार कर सकते हैं।
  • रिकॉर्ड रखने में आसानी: अक्सर ऑनलाइन परामर्श текस्ट चैट या रिकॉर्डिंग के रूप में रहते हैं, जिससे आप दोबारा उन्हें देख कर ज़रूरी बातें याद कर सकते हैं।

प्रदीप जी से ऑनलाइन परामर्श के बाद, मुझे अपनी कुंडली में मौजूद उन ग्रहों के बारे में पता चला जो निर्णय लेने में बाधा डालते हैं। इसके बाद मिले उपायों से धीरे-धीरे फ़र्क़ दिखने लगा है!

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मैं पुरुषार्थ में विश्वास करता हूँ

मैं अपना भाग्य स्वयं लिखता हूँ

मैं भूला हुआ हूँ अपने जन्मजन्मांतर के कर्मो ओर संस्कारो का लेखाझोका

हाँ पर इतनी समझ हैं की चाहे अच्छा बुरा कुछ भी बैलेंस हो मुझें अब सिर्फ ओर सिर्फ सतकर्म ही करने हैं

जीवन को सुखमय बनाने के लिए

Anil Kumar Sharma की प्रोफाइल फ़ोटो

श्रीमान जी

ज्योतिष शास्त्र बहुआयामी विद्या है जो किसी को निराश नही करती है जिनके पास जन्म दिवस का सही ज्ञान नही है ज्योतिषीय प्रावधान नष्ट जातकम् से सही जन्म दिवस एवं जन्म समय ज्ञात किया जा सकता है ।

इसके अलावा हस्त रेखा के माध्यम से सुगमता पूर्वक ज्योतिष परामर्श दिया जा सकता है एवं प्रश्न कुंडली के माध्यम से भी ज्योतिष परामर्श दे सकते है ।

उपरोक्त सभी पहलूओ को जोड़कर साथ ही जातक के जीवन की विशेष घटनाओ के आधार के आधार सटीक कुंडली निर्माण तथा ज्योतिषीय परामर्श दिया जा सकता है ।

आशा है आपकी जिज्ञासा के अनुसार जानकारी प्राप्त हुई होगी अत्यंत उपयोगी प्रश्न करने के लिए आपका ह्दय से आभार आपका उत्साह वर्

श्रीमान जी

ज्योतिष शास्त्र बहुआयामी विद्या है जो किसी को निराश नही करती है जिनके पास जन्म दिवस का सही ज्ञान नही है ज्योतिषीय प्रावधान नष्ट जातकम् से सही जन्म दिवस एवं जन्म समय ज्ञात किया जा सकता है ।

इसके अलावा हस्त रेखा के माध्यम से सुगमता पूर्वक ज्योतिष परामर्श दिया जा सकता है एवं प्रश्न कुंडली के माध्यम से भी ज्योतिष परामर्श दे सकते है ।

उपरोक्त सभी पहलूओ को जोड़कर साथ ही जातक के जीवन की विशेष घटनाओ के आधार के आधार सटीक कुंडली निर्माण तथा ज्योतिषीय परामर्श दिया जा सकता है ।

आशा है आपकी जिज्ञासा के अनुसार जानकारी प्राप्त हुई होगी अत्यंत उपयोगी प्रश्न करने के लिए आपका ह्दय से आभार आपका उत्साह वर्धन नवीन प्रेरणा प्रदायक रहेगा जी ।

मूल स्रोत- गुरु कृपा

Hera ( हरचंद) की प्रोफाइल फ़ोटो

ज्योतिष सब कुछ पहले ही बता देते हैं , धन्य हैं वे लोग। ।

एथेना शर्मा की प्रोफाइल फ़ोटो

नाड़ी ज्योतिष और नाड़ी ज्योतिषी दो अलग बातें है। मैंने जब नाड़ी ज्योतिषि से सलाह ली तो सच बताऊ यो मुझे सब कुछ बकवास लगा और मनघडंत लगा। शायद जिसके पास मैं किस्मत से गया था वह ज्योतिष ही ठग हो। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं की मैं नाड़ी ज्योतिष पर विशवास नहीं करता। मैंने बहुत से नाड़ी ग्रंथों की पाण्डुलिपि देखि और पढ़ी है, उनके कुछ नियम बहुत ही चमत्कृत करते है, औए कुछ समझ ही नहीं आते। नाड़ी शास्त्र एक तरह से लुप्त ही हो चूका है क्योंकि किसी गुरु शिष्य परंपरा में नाड़ी की शिक्षा अब नहीं रही है। जरूरत है इससे एक नए सिरे से शुरुआत करने की। नाड़ी पांडुलिपियां भी सही ढंग से नहीं रखी गयी है, कुछ को तो कीड़ों ने खा लि

नाड़ी ज्योतिष और नाड़ी ज्योतिषी दो अलग बातें है। मैंने जब नाड़ी ज्योतिषि से सलाह ली तो सच बताऊ यो मुझे सब कुछ बकवास लगा और मनघडंत लगा। शायद जिसके पास मैं किस्मत से गया था वह ज्योतिष ही ठग हो। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं की मैं नाड़ी ज्योतिष पर विशवास नहीं करता। मैंने बहुत से नाड़ी ग्रंथों की पाण्डुलिपि देखि और पढ़ी है, उनके कुछ नियम बहुत ही चमत्कृत करते है, औए कुछ समझ ही नहीं आते। नाड़ी शास्त्र एक तरह से लुप्त ही हो चूका है क्योंकि किसी गुरु शिष्य परंपरा में नाड़ी की शिक्षा अब नहीं रही है। जरूरत है इससे एक नए सिरे से शुरुआत करने की। नाड़ी पांडुलिपियां भी सही ढंग से नहीं रखी गयी है, कुछ को तो कीड़ों ने खा लिया है, बाकी के बहुत से पृष्ठ गायब हो चुके है।

अंकित गुप्ता की प्रोफाइल फ़ोटो

मुझे पहले ज्योतिषी पर विश्वास नहीं था। लेकिन मेरी जिंदगी में परेशानी इतनी बढ़ चुकी थी कि मुझे कोई और चारा नहीं मिला तो मैं बात की पंडित प्रभात शर्मा जी +91-8054852151 से उन्होंने मेरी जन्म कुंडली देख कर मेरे जीवन के बारे में सटीक जानकारी दी। जो कि मेरी जिंदगी के लिए बहुत लाभदायक रही और उन्होंने में समस्या भी दूर करी धन्यवाद गुरुजी में अंकित गुप्ता

Kam va dhyan की प्रोफाइल फ़ोटो

Sundar

राम कृपा ज्योतिष संस्थान की प्रोफाइल फ़ोटो

फेक ज्योतिषी के नंबर आप को नंबर मांगते ही मिल जायेंगे।क्योकि ये उनकी आय का मोटा साधन होता है

है पर अगर आप को नंबर ढूढने में मेहनत लगे तो समझे की ज्योतिषी सही है

आप सभी को एक सलाह देना चाहूंगा में आप किसी पर या मुझपर भी आँख बंद कर के भरोसा न करे ।

आप ज्योतिष के नंबर ले । उससे बात करे फिर देखे की आप को कितना डरा रहा है अगर आप को कोई ज्यादा डरा रहा है तो समझ ले । आप की जेब पर असर आने वाला है

ज्योतिष में उपाय छोटे छोटे भी असर पूर्ण करते है

पर उसमे ज्योतिषी की कमाई नहीं हो पाती है इस लिए वो आप को डरा कर ही कमा सकता है

आप नंबर ले पर समझ दारी से काम भी ले ।