प्रकाश जी,
मैंने पहले भी अपने कई उत्तरों में लिखा है कि शादी-विवाह के लिए सिर्फ गुण मिलान काफी नहीं है. गुण मिलान प्रक्रिया में सिर्फ दोनों के चंद्र के नक्षत्र के आधार से उन के बीच अनुकूलता व प्रतिकूलता की जाँच होती है; लेकिन चंद्र के अलावा गुरु, शुक्र, शनि, मंगल, बुद्ध, सूर्य, राहु और केतु - इन सभी ग्रहों का स्थान, नक्षत्र, बल, अवस्था, आयु, युति, प्रतियुति, द्रष्टि, अर्गल, प्रति-अर्गल, विंशोत्तरी दशा तथा इन सभी ग्रहों के गोचर इत्यादि सभी पहलुओं को देखकर ही अंतिम निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि दोनों के बीच विवाह-संबंध उपयुक्त है या नहीं।
आशा करता हूँ कि आप को मेरे जवाब से संतुष्टि हुई होगी. अगर आप को मेरा उत्तर पसंद आया हो तो अपवोट करना न भूलें. कल्याणमस्तु।
अधिक जानकारी व मार्गदर्शन के लिए आप मेरा प्रोफाइल संदेश और अन्य पोस्ट पढ़ सकते हैं व मुझ से संपर्क कर सकते हैं.
अगर आप ट्वीटर पर हैं तो आप मुझे ट्वीटर पर भी फॉलो कर सकते हैं.